२६ दिसंबर, २०११, नई दिल्ली, रंग और राग अपनी अभिव्यक्ति को लोगों तक पहुँचाने एवं रसिकों के दिलों में उतरने का सशख्त माध्यम है / रंग जहाँ आँखों को तृप्त करती है वहीँ राग कानों को / दोनों इन्द्रियां माध्यम है रंग और राग की कलामक्ता को दिल तक पहुँचाने का /
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उद्घाटन अवसर पर मो. गुलाम अब्बास खान का ग़ज़ल गायकी |
आज दिल्ली के मोती नगर स्थित
आर्ट मॉल में कुछ ऐसा ही नजारा था , मौका था तीस कलाकारों की सामूहिक कला प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर का / प्रदर्शनी का उद्घाटन जाने-माने वरिष्ठ कलाकार श्री आनंद देव ने दीप जलाकर किया / इस अवसर पर शास्त्रीय गजल गायक मो. गुलाम अब्बास खान ने अपनी गजल गायकी से उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया /
कला संस्था
"वंदना" द्वारा आयोजित इस कला प्रदर्शनी कुल तीस कलाकारों की कलाकृतियाँ प्रदर्शित की गई है ,
जिनमे भुनेश्वर भास्कर, मनीष उपाध्याय , रीना सिंह, कुमकुम मल्लिक , रंजन मल्लिक, अंजनी प्रसाद तथा शशिकांत कुमार की कलाकृतियाँ प्रमुख हैं /
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भुनेश्वर भास्कर की कृति |
यह प्रदर्शनी तीस दिसंबर तक चलेगी/
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प्रदर्शनी की एक झलक |
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