दिल्ली में गर्मी अपने पुरे सबाब पर है / ऐसे में हर आदमी एक ऐसा पल चाहता है जहाँ इस गर्मी को भुला सके / दिल्ली में इन दिनों ऐसा ही एहसास होता है आई . टी .ओ . के पास स्थित अर्तिजन कला दीर्घा में जहाँ एक सामूहिक कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है / इस प्रदर्शनी में दस कलाकारों की कला को प्रदर्शित किया गया है /
अपनी कृति के साथ रागिनी सिन्हा |
मनमोहक रंगों की छटा बिखेरती इस प्रदर्शनी में अमित राजवंशी, अनिल बल, अनूप कुमार चाँद, जीतेंन साहू, निवेदिता, प्रदोष , रामचंद्र पोकले , रागिनी सिन्हा, शुभ्रा चाँद एवं स्तिताधि रथ की कलाकृतियाँ प्रदर्शित हैं / 7 मई से 16 मई तक वाली इस प्रदर्शनी में रागिनी सिन्हा, रामचंद्र पोकले , अनिल बल की कृतियाँ देखने लायक हैं/ रागिनी सिन्हा ने अपनी पतंग सिरीज़ में अच्छा प्रयोग किया है , इनके चित्रों में छाप एवं रंगों के साथ-साथ जो चीज आकर्षित करती है वो है उनका लोक कलाओं से प्रेरित कुछ रेखाचित्रों का अनूठा संयोजन / अनिल बल काफी संवेदनशील कलाकार हैं उनके चित्रों का विषय मनुष्य की अमानवीय व्यवहारों पर आधारित हैं / उनके चित्र दर्शक के मन को झकझोरने में सक्षम हैं /
अपने चित्र के साथ अनिल बल |