सोमवार, 1 जून 2015

बिनाले, 16 के क्यूरेट के लिये सर्वसम्मति से नाम प्रस्तावित। जुलाई के आरंभ में होगी क्यूरेट की घोषणा

कोच्चि, 1 जून। अंतर्राष्ट्रीय आयाम एवं प्रसिद्धी हासिल कर चुके भारत के एकमात्र बिनाले- कोच्चि-मुजिरिस बिनाले (केएमबी) के आयोजक कोच्चि बिनाले फाउंडेशन (केबीएफ) की उच्च अधिकार समिति ने सर्वसम्मति से बिनाले के तीसरे संस्करण ‘‘बिनाले, 16’’ के लिये क्यूरेटर की भूमिका निभाने वाले कलाकार के नाम का प्रस्ताव कर दिया है। अगले साल दिसंबर से शुरू हो रहे बिनाले के क्यूटेर के नाम की औपचारिक घोषणा अगले महीने - जुलाई में की जायेगी।
दिल्ली में गत सप्ताहांत आयोजित आर्टिस्टिक एडवाइजरी कमेटी (एएसी) की हुयी बैठक में आगामी कोच्चि -मुजिरिस बिनाले के लिये क्यूरेटर के चुनाव पर और चर्चा करने तथा क्यूरेटर के नाम को अंतिम रूप देने का फैसला किया।
इस बाबत जानकारी देते हुये कोच्चि बिनाले फाउंडेशन के अध्यक्ष बोस कृश्णामचारी ने आज बताया कि कलाकारों, विद्वानों, कला समीक्षकों तथा संरक्षकों से बनी इस समिति की बैठक 30 मई को राष्ट्रीय राजधानी में हुयी थी। इस बैठक में सदस्यों ने क्यूरेटर की विभिन्न भूमिकाओं तथा जिम्मेदारियों की चर्चा की।
मुंबई के कलाकार तथा 2012 में आयोजित देश के पहले कोच्चि मुजिरिस बिनाले के क्यूरेटर श्री कृश्णामचारी ने बताया कि इस समिति की दूसरे दौर की बैठक इस महीने होगी जिसमें कुछ खास औपचारिकताओं को पूरा किया जायेगा तथा क्यूरेटर के बारे में अंतिम फैसला किया जायेगा। इसके बाद कोच्चि बिनाले फाउंडेशन का न्यास मंडल इस चुनाव को स्वीकृत करेगा। इसके बाद जुलाई के पहले सप्ताह में दिल्ली में आयोजित एक आधिकारिक समारोह में क्यूरेटर के नाम की घोषणा की जायेगी। इस समारोह में समर्थक, राजदूत, संरक्षक, कलाकार तथा संस्कृति के क्षेत्र के कार्यकर्ता भी मौजूद होंगे।
कोच्चि बिनाले फाउंडेशन के सचिव रियास कोमू ने कहा कि एएसी की मुख्य जिम्मेदारी केएमबी के क्यूरेटर का चुनाव करने की है। उन्होंने कहा, ‘‘हम हर दो साल पर बदलाव करते रहते हैं ताकि विभिन्न स्वरों एवं दृश्टिकोणों को जगह मिल सके।’’
एएसी की स्थापना चयन प्रक्रिया में पारदर्षिता एवं उत्तरदायित्व को सुनिष्चित करने के उद्देष्य से हुयी। इस समिति में श्री कृश्णामचारी तथा श्री कोमू के अलाावा कलाकार अमर कंवर, अतुल डोडिया, भारती खेर और ज्योति बसु, किरण नादर (अध्यक्ष-किरण नादर म्यूजियम आफ आर्ट्स), कला समीक्षक रंजीत होसकोट, गैलेरिस्ट शीरेन गांधी और केबीएफ के न्यासी सुनील वी शामिल हैं।
केबीएफ की ऐसी पहली समिति ने 2013 में जितिश कलात का चुनाव बिनाले, 2014 के क्यूरेटर के रूप में किया था। यह बिनाले 108 दिन तक चला और इस साल 29 मार्च को सम्पन्न हो गया। उस समिति में श्री कृश्णामचारी तथा श्री कोमू के अलाावा कला इतिहासकार गीता कपूर, भउ दाजी लाड म्यूजियम निदेशक तासनीम जकारिया मेहता, कलाकार शीला गौडा एवं बालान नाम्बियार, गुजराल फाउंडेशन के फिरोज गुजराल और क्यूरेट-गैलेरिस्ट अभय मसकारा शामिल थे।