पानी जीवन है, पानी अमृत है, पानी ठोस भी है तरल भी, पानी जन्म भी है मरण भी, पानी मैल धोती है, पानी पाप धोती है। पानी के कई रूप हैं कई रंग हैं। जब इतने रूपों में पानी है तो ऐसे में कलाकार की कला में पानी क्यों न हो ?
सूरज कुमार काशी एक ऐसे हीं कलाकार हैं जिनकी कला पिछले कुछ समय से लोगों के सर चढ़ कर बोल रही है। पिछले कुछ समय से इनकी कला प्रदर्शनी कई रूपों में देखने को मिली है। इसी क्रम में jaypee delcourt , ग्रेटर नॉएडा में बिसलरी शीर्षक की प्रयोगात्मक प्रदर्शनी का आयोजन 1 8 मई से होने जा रहा हे।
सूरज कुमार काशी एक ऐसे हीं कलाकार हैं जिनकी कला पिछले कुछ समय से लोगों के सर चढ़ कर बोल रही है। पिछले कुछ समय से इनकी कला प्रदर्शनी कई रूपों में देखने को मिली है। इसी क्रम में jaypee delcourt , ग्रेटर नॉएडा में बिसलरी शीर्षक की प्रयोगात्मक प्रदर्शनी का आयोजन 1 8 मई से होने जा रहा हे।
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